चंदौली में ढंग से चले वाहन चेकिंग महाअभियान में 1652 गाड़ियां सीज, 8986 वाहनों का चालान और 30.24 लाख रुपए की हुई वसूली, गाड़ी न छोड़ने पर थाना प्रभारी और नेताओं में भी बढ़ी दूरी… जाने क्या है मामला
चंदौली: जनपद में शनिवार को चलाए गए व्यापक वाहन चेकिंग अभियान (Comprehensive Vehicle Checking Campaign) का बड़ा असर देखने को मिला. दिनभर चली इस कार्रवाई में पुलिस ने कुल 1652 वाहनों को सीज किया, जबकि 8986 गाड़ियों पर चालान काटते हुए ₹30,24,200 का जुर्माना वसूला. अचानक हुए इस कड़े अभियान से पूरे जिले में अफरा-तफरी का माहौल बन गया और बिना कागज या संदिग्ध नंबर प्लेट वाली गाड़ियों से चलने वालों में खौफ साफ दिखाई दिया. सुबह से शाम तक जिले के सभी थाना क्षेत्रों में वाहन मालिक और चालक (vehicle owner and driver) अपनी गाड़ियां छुड़ाने के लिए थानों में लाइन लगाए रहे. कई जगह वाहन स्वामियों और थानाध्यक्षों (Vehicle owners and sho) के बीच बहस की नौबत भी आ गई. बताया गया कि कुछ स्थानीय नेताओं (local leaders) ने भी लग्जरी गाड़ियों में बैठकर देर रात तक थाना चौकियों के चक्कर लगाए और ऑनलाइन चालान का हवाला देकर राहत दिलाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने सख्त रुख बनाए रखा. कड़ी कार्रवाई का असर इतना व्यापक रहा कि जिले के कई थानों पर फरियादी तक नहीं पहुंचे. पुलिस का पूरा फोकस चेकिंग अभियान पर रहा, जिसके चलते शिकायत दर्ज कराने वालों की संख्या लगभग शून्य रही.
एसपी, एएसपी, सीओ और थाना प्रभारियों पर लगातार गाड़ियां छोड़ने का दबाव बना रहा, लेकिन अभियान के दौरान किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरती गई. यातायात पुलिस का कहना है कि लोग रोजमर्रा में लाखों के चालान लेकर घूमते हैं, लेकिन जब सामान्य पुलिस सड़कों पर कड़ी कार्रवाई के लिए उतरी तो लोगों में दिखने वाला डर बताता है कि बिना कागजात और चोरी की गाड़ियों से चलने वालों पर नकेल कसना बेहद जरूरी
चेकिंग के दौरान वाहनों से काली फिल्म उतरती पुलिस
अभियान के दूसरे दिन भी शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में वाहन मालिक सतर्क दिखाई दिए और कई लोग अपनी गाड़ियां घरों से निकालने से कतराते रहे. पुलिस ने संकेत दिया है कि ऐसी कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी, ताकि सड़क सुरक्षा और कानून व्यवस्था में सुधार लाया जा सके.