वाराणसी। काशी रेलवे स्टेशन के आउटर क्षेत्र में नमो घाट की ओर जाने वाले रेलवे ट्रैक के किनारे टूटी हुई हनुमान जी की प्रतिमा इन दिनों लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है. प्रतिमा का सिर अलग हो चुका है और उसके आसपास गंदगी व अव्यवस्था का माहौल बना हुआ है. श्रद्धालु और स्थानीय लोग इसे आस्था के प्रति लापरवाही बता रहे हैं.
स्थानीय नागरिकों के अनुसार, यह प्रतिमा कई दिनों से खंडित अवस्था में ट्रैक किनारे पड़ी हुई है, लेकिन न तो रेलवे प्रशासन और न ही पुलिस ने इस ओर कोई ध्यान दिया है. लोगों का कहना है कि इस स्थान पर अक्सर नशेड़ी युवकों का जमावड़ा रहता है, जिससे प्रतिमा को और नुकसान पहुंचने का खतरा बना हुआ है। राजघाट क्षेत्र के निवासियों ने प्रशासन से खंडित मूर्ति को सुरक्षित स्थान पर पुनः स्थापित करने की मांग की है.
लोगों ने यह भी सवाल उठाया है कि जहां प्रतिमा टूटी हुई हालत में रखी है, वहां से कुछ ही दूरी पर एक स्थानीय मठ भी मौजूद है, लेकिन वहां से भी अब तक कोई पहल नहीं की गई.
नागरिकों का कहना है कि धार्मिक संस्थाओं और प्रशासन – दोनों की चुप्पी आस्था के प्रति असंवेदनशील रवैया दर्शा रही है. क्षेत्र के लोगों ने मांग की है कि संबंधित विभाग शीघ्र संज्ञान लेकर मूर्ति को सम्मानजनक तरीके से हटवाए या पुनः स्थापित करे, ताकि सनातन आस्था का सम्मान बना रहे.




