चंदौली। सरकार जहां प्रसव और मातृ-शिशु देखभाल को लेकर मुफ्त सेवाओं का दावा करती है, वहीं मुगलसराय के पीपी सेंटर (PP Centre Mughalsarai )पर निःशुल्क सेवा देने वाली दाइयों (Hospital staff) की वसूली का मामला सामने आया है. प्रसव कराने के बाद मरीजों के तीमारदारों से 1500 की मांग और बाहर से मेडिकल उपकरण मंगाने का आरोप लगा है.
सूत्रों के अनुसार, पीपी सेंटर की दाई चंदा और अन्य स्टाफ पर प्रसव के बाद मरीजों के परिजनों से रुपये मांगने और दबाव बनाने के आरोप हैं. बताया गया कि पैसे की यह वसूली कई कर्मचारियों की “साझेदारी” में होती है. आरोप यह भी है कि मरीजों को अस्पताल के भीतर उपलब्ध सुविधाओं के बजाय बाहर से मेडिकल इक्यूपमेंट्स और दवाएं खरीदने के लिए मजबूर किया जाता है.
कुछ महीने पहले दाई चंदा का पैसे की मांग और तीमारदारों से झगड़ा करने का एक वीडियो भी वायरल हुआ था. वीडियो सामने आने के बाद उसे एक सप्ताह तक अस्पताल से निलंबित रखा गया था, लेकिन बाद में फिर सेवा में बहाल कर दिया गया. स्थानीय लोगों और मरीजों के परिजनों का कहना है कि निःशुल्क सेवा देने वाली दाइयां (Hospital staff) अब सुरक्षित वसूली एजेंट बन चुकी हैं. वहीं अस्पताल प्रशासन मामले पर चुप्पी साधे हुए है. स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों से पीपी सेंटर की कार्यप्रणाली की जांच की मांग की जा रही है.




