चंदौली। पी सेवन (P7 News) न्यूज की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट का बड़ा असर जिले के स्वास्थ्य विभाग में देखने को मिला है. मुगलसराय के पीपी सेंटर में निःशुल्क प्रसव सेवाओं के नाम पर मरीजों से अवैध वसूली करने का मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया. खबर प्रसारित होते ही विभाग हरकत में आया और स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी एस.के. चतुर्वेदी (SK Chaturvedi) ने तत्काल जांच के आदेश दिए.
जांच में अवैध वसूली की पुष्टि होने पर दोषी महिला कर्मी (दाई) चंदा को सेवा से बरखास्त कर दिया गया. बताया जा रहा है कि चंदा के साथ कुछ अन्य स्टाफ पर भी मरीजों से 1500 रुपये तक की मांग करने और बाहर से मेडिकल उपकरण व दवाएं मंगाने का आरोप लगा था. दरअसल, P7 News ने अपनी पड़ताल में खुलासा किया था कि पीपी सेंटर में निःशुल्क प्रसव सेवा देने के नाम पर कुछ कर्मचारी पैसे की मांग कर रहे हैं और प्रसव के बाद तीमारदारों से जबरन राशि वसूल रहे हैं। इतना ही नहीं, मरीजों को अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं के बजाय बाहर की दुकानों से दवाएं और मेडिकल इक्यूपमेंट्स लाने के लिए कहा जा रहा था। खबर सामने आने के बाद प्रशासन में खलबली मच गई। स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी एस.के. चतुर्वेदी ने पी सेवन न्यूज प्रतिनिधि से हुई बातचीत में बताया,
स्थानीय नागरिकों और मरीजों के परिजनों ने P7 न्यूज की रिपोर्ट की सराहना करते हुए कहा कि अगर मीडिया इस तरह के भ्रष्टाचार को उजागर न करे, तो आम जनता कभी न्याय नहीं पा सकेगी.फिलहाल, जिले के स्वास्थ्य विभाग ने मामले की पूरी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी है पी सेवन न्यूज की रिपोर्ट ने न केवल एक महिला कर्मी की अवैध वसूली का भंडाफोड़ किया, बल्कि सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में व्याप्त लापरवाही और भ्रष्टाचार पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. अब उम्मीद की जा रही है कि इस कार्रवाई के बाद पीपी सेंटर में निःशुल्क प्रसव सेवाएं वास्तव में “निःशुल्क” हो सकेंगी।
P7 न्यूज पोर्टल आगे भी भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखेगा.
“अवैध वसूली में लिप्त पाई गई महिला कर्मी को तत्काल प्रभाव से सेवा से हटा दिया गया है। सभी कर्मचारियों को सख्त चेतावनी दी गई है कि किसी भी हालत में मरीजों से रुपये नहीं मांगे जाएं। साथ ही, बाहर से दवा या उपकरण मंगाने की शिकायत पर भी अब सख्त कार्रवाई की जाएगी।”




