Report–Jai tiwari
चंदौली। बलुआ थाना पुलिस ने रविवार देर रात एक बार फिर उसी पुराने शातिर को धर दबोचा, जिसने तीन साल पहले गंगा की रेती में असलहा बनाने की फैक्ट्री खोल रखी थी. आरोपी संजय शर्मा उर्फ संजू (53 वर्ष) पुत्र रामलक्षण शर्मा उर्फ लच्छू निवासी नदेसर मारूफपुर अपने घर में ही अवैध असलहे का निर्माण कर रहा था. पुलिस ने छापेमारी कर मौके से 12 बोर और 315 बोर के तीन तमंचे, कई खोखा कारतूस, असलहा बनाने के पुर्जे और उपकरण जब्त किए. वहीं आरोपी को निर्माण करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया. एसओ बलुआ अतुल प्रजापति के अनुसार, पकड़े गए संजू शर्मा ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह लंबे समय से तमंचों का निर्माण कर ₹3,000 से ₹3,500 में बेचता था. उसने खुलासा किया कि उसके ग्राहक चंदौली, गाजीपुर और वाराणसी के सक्रिय अपराधी हैं. संजू पुराने हथियारों की मरम्मत का काम भी करता था.
गंगा की रेती से शुरू हुआ था अपराध का कारोबार
संजू शर्मा का आपराधिक सफर नया नहीं है. फरवरी 2022 में भी वह गंगा की रेती पर झोपड़ी बनाकर असलहा तैयार करते पकड़ा गया था. उस वक्त तत्कालीन इंस्पेक्टर मुगलसराय बृजेश तिवारी की टीम ने कार्रवाई कर चार तमंचे, कई अर्द्धनिर्मित हथियार और निर्माण उपकरण बरामद किए थे. संजू ने तब भी स्वीकार किया था कि चुनावी मौसम में हथियारों की मांग बढ़ जाती है, जिससे वह मोटा मुनाफा कमाता है.
तीन बार जेल जा चुका शातिर कारीगर
पुलिस रिकार्ड के मुताबिक, संजू शर्मा अब तक तीन बार जेल का सफर कर चुका है. जेल से छूटने के बाद भी उसने फिर वही रास्ता अपनाया और घर के भीतर असलहा फैक्ट्री खड़ी कर दी. इस बार की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके पूरे नेटवर्क की जांच शुरू कर दी है.

एसपी चंदौली आदित्य लांघे ने टीम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे अपराधियों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। स्थानीय अपराध जगत में “संजू असलहा वाला” के नाम से कुख्यात यह व्यक्ति अब एक बार फिर सलाखों के पीछे पहुंच चुका है.




