आजमगढ़—जुनैदगंज बाईपास पर शनिवार देर रात हुई रजनीश पांडे की हत्या अब नए एंगल से भी सामने आ रही है. प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इस वारदात की प्रकृति चंदौली के चर्चित दवा कारोबारी रोहितास पाल हत्याकांड से काफी हद तक मिलती-जुलती है. दोनों मामलों में जमीन विवाद को लेकर पारिवारिक तनाव, पैसों का लालच और नजदीकी लोगों की मिलीभगत की आशंका प्रमुख रूप से सामने आ रही है. 41 वर्षीय रजनीश पांडे की हत्या भी उसी पैटर्न पर अंजाम दी गई—करीबी विवाद, पहले से चल रही रंजिश, और फिर बाहर के लोगों को शामिल कर हमले की साजिश… मृतक की पत्नी रंजना पांडे का आरोप है कि विवाद वर्षों से परिवार के भीतर ही चल रहा था और मामला अदालत में विचाराधीन है. उनका कहना है कि इसी तनाव और निजी हितों के चलते उनकी जीवन लीला समाप्त की गई. जिले के एसएसपी डॉ. अनिल कुमार ने घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए विशेष टीमों का गठन कर जांच तेज कर दी है. उन्होंने कहा कि प्राथमिक साक्ष्यों से मामला जमीन विवाद से जुड़ा दिख रहा है और हर पहलू पर गहराई से जांच होगी. पुलिस जमीन विवाद से जुड़े पुराने रिकॉर्ड, बयान, कॉल डिटेल्स और रिश्तेदारों के बीच चल रहे मतभेदों को खंगाल रही है.

चंदौली के रोहितास पाल केस में भी पैसों व संपत्ति के विवाद को लेकर रिश्तेदारों ने बाहरी लोगों से मिलकर अपराध को अंजाम दिया था. अब जुनैदगंज की इस घटना में भी उसी तरह की साजिश की बू आ रही है, जिससे पुलिस सभी संभावित पक्षों पर कड़ी निगरानी रखे हुए है. जांच टीमें सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और विवाद से जुड़े व्यक्तियों की गतिविधियों को खंगाल रही हैं. पुलिस का कहना है कि जल्द ही पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश कर दिया जाएगा और आरोपियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
बाईट –आजमगढ़ एसएसपी डॉक्टर अनिल कुमार —




