वाराणसी— शहर के सिगरा थाना क्षेत्र में सोमवार देर रात स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG-2) और सिगरा पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर दो स्पा सेंटरों पर एक साथ छापेमारी की। लंबे समय से मिल रही शिकायतों और लगातार की जा रही गोपनीय निगरानी के बाद पुलिस ने कार्रवाई को अंजाम दिया. छापेमारी में दोनों केंद्रों पर देह व्यापार का अनैतिक धंधा संचालित होता मिला, जिसके बाद पुलिस ने मौके से 13 लोगों को गिरफ्तार किया. इनमें 9 युवतियां और 4 पुरुष शामिल हैं. छापेमारी के दौरान पुलिस को कई आपत्तिजनक सामग्रियां, रजिस्टर, मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक डाटा मिले हैं, जिन्हें कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक कुछ युवतियां बाहरी जिलों से यहां लाई गई थीं, जिनसे पूछताछ में कई अहम सुराग मिलने की उम्मीद है। वहीं दोनों स्पा सेंटरों को तुरंत प्रभाव से सील कर दिया गया है. अभियान के बाद पुलिस ने संकेत दिए हैं कि शहर के अन्य इलाकों, खासकर सिगरा, महमूरगंज, भेलूपुर और कैंट क्षेत्र में भी कई स्पा सेंटर चल रहे हैं, जिसकी सूचना पुलिस को मिली है। कई केंद्रों पर ग्राहकों की आड़ में अवैध गतिविधियों के चलते इन पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है. पुलिस ने ऐसे स्थानों की सूची तैयार की है, जहां अगले चरण में छापेमारी की जा सकती है। देर रात तक SOG-2 और सिगरा थाने पुलिस की पकड़े गए अभियुक्तों से पूछताछ कर रही थी। पुलिस का कहना है कि इस कार्रवाई का उद्देश्य न केवल अवैध गतिविधियों को रोकना है, बल्कि ऐसे नेटवर्क को भी ध्वस्त करना है, जो शहर की आड़ में संगठित रूप से सक्रिय हैं। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि आने वाले दिनों में ऐसे सभी संदिग्ध केंद्रों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी.
शक्ति शिखा अपार्टमेंट में चल रहा था स्पा सेंटर; पूर्व मेयर प्रत्याशी शालिनी यादव के परिवार का है फ्लैट—
सिगरा स्थित वीडीए के शक्ति शिखा अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 112 में चल रहे स्पा सेंटर का सोमवार रात SOG-2 की कार्रवाई में भंडाफोड़ हुआ. छापेमारी के दौरान फ्लैट के अंदर देह व्यापार में लिप्त युवतियां और युवक पकड़े गए, जिसके बाद यह मामला राजनीतिक रूप से भी चर्चा में आ गया है। दरअसल, यह फ्लैट भाजपा नेता शालिनी यादव के पति अरुण यादव का है, जिसे कुछ समय पहले किराए पर दिया गया था. शालिनी यादव पहले कांग्रेस से महापौर पद की प्रत्याशी रह चुकी हैं और बाद में समाजवादी पार्टी से वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुकी हैं. ऐसे में फ्लैट के मालिकाना हक और किरायेदारी अनुबंध को लेकर पुलिस अब विस्तृत पड़ताल कर रही है.
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, अपार्टमेंट में आने-जाने वाले लोगों की बढ़ती आवाजाही को लेकर पहले भी संदेह जताया जाता रहा था, लेकिन सोमवार रात की छापेमारी के बाद पूरे प्रकरण की पुष्टि हो गई. पुलिस फ्लैट में संचालित गतिविधियों, किरायेदार से हुए समझौते और संभावित आर्थिक लेन-देन की भी जांच कर रही है.




