चित्तौड़गढ़/चंदौली। व्यवसायी रमेश ईनाणी की गोली मारकर हत्या करने वाला आरोपी मनीष कुमार उर्फ कमल दूबे भले ही वारदात राजस्थान में कर रहा था, लेकिन इसकी डोर पूर्वांचल से जुड़ी निकली है. पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी का मोबाइल फोन चंदौली जिले के अलीनगर में रहने वाली उसकी बहन के घर से बरामद हुआ है, जिससे उसकी गतिविधियों और लोकेशन को लेकर महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं. यह गिरफ्तारी मामले की जांच में बड़ा मोड़ मानी जा रही है. पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी के अनुसार मंगलवार को सिटी पेट्रोल पंप के पास बाइक सवार हमलावर ने ईनाणी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. घटना के बाद एएसपी सरिता सिंह व डिप्टी एसपी विनय चौधरी के नेतृत्व में गठित कई टीमों ने ह्यूमन इंटेलिजेंस के आधार पर आरोपी की पहचान वाराणसी के चितईपुर निवासी मनीष दुबे के रूप में की. उसे सूरजपोल से गोपालनगर मार्ग पर गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तारी के बाद वारदात में प्रयुक्त पिस्टल, तीन कारतूस और बाइक बरामद कर ली गई. प्रारंभिक पूछताछ में मनीष ने दावा किया कि दो साल पहले ईनाणी कूरियर सेंटर पर मोबाइल भेजने को लेकर विवाद हुआ था और मृतक ने उसे मां की गाली दी थी. आरोपी के अनुसार वह तभी से बदला लेने की फिराक में था. पुलिस इस तर्क को स्वीकार नहीं कर रही है और मान रही है कि हत्या के पीछे कोई और वजह या किसी अन्य व्यक्ति की भूमिका हो सकती है. इस एंगल से गहन पूछताछ जारी है. जांच में पता चला कि आरोपी पिछले दो माह से चित्तौड़ में किराए पर रह रहा था और घटना से पांच दिन पहले से अपने कमरे पर नहीं गया था. इससे पहले भी वह कई बार अलग-अलग स्थानों पर रहकर गतिविधियां छिपाता रहा है. नवरात्रि के दौरान वह मंदिर में ही रुका था.

चंदौली से बरामद मोबाइल बना अहम सुराग
मामले में सबसे महत्वपूर्ण कड़ी चंदौली से जुड़ी मिली है. पुलिस ने आरोपी का मोबाइल फोन उसकी बहन के अलीनगर स्थित नये प्लाट वालें घर से बरामद किया, जिससे उसके संपर्कों व तैयारी को लेकर अहम जानकारी मिल रही है. पुलिस उसी आधार पर आगे की कड़ियां जोड़ रही है और यह जांच रही है कि हत्या की योजना में कहीं बाहरी मदद तो नहीं थी. पुलिस ने आरोपी को अदालत के आदेश पर 18 नवंबर तक रिमांड पर लिया है और मामले के गहरे पहलुओं की जांच जारी है. आरोपी के बजाए गए ठिकानों पर राजस्थान पुलिस संग मुगलसराय कोतवाली पुलिस साथ रही.




