वाराणसी/चंदौली। डीएलएड ( Diploma in Elementary Education) सेमेस्टर परीक्षा में नकल कराने वाले संगठित गिरोह के नेटवर्क को एसटीएफ वाराणसी ने तोड़ने में बड़ी सफलता हासिल की है. टीम ने चंदौली जिले के चकिया में छापा मारकर गिरोह के एक सक्रिय सदस्य अभिषेक यादव पुत्र नंदलाल यादव, निवासी दिवाकरपुर पौरा, थाना सकलडीहा को गिरफ्तार किया. आरोपी आदित्य नारायण राजकीय इंटर कॉलेज, चकिया में चल रही परीक्षा के दौरान नकल कराने की कोशिश कर रहा था. एसटीएफ (STF) की टीम को कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि डीएलएड ( Diploma in Elementary Education) परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक कर कुछ लोग अभ्यर्थियों से धन उगाही कर रहे हैं. सोमवार को निरीक्षक अमित श्रीवास्तव के नेतृत्व में टीम ने कॉलेज परिसर के आसपास निगरानी शुरू की. संदिग्ध गतिविधि दिखने पर अभिषेक को पकड़ा गया. तलाशी में उसके पास से मोबाइल फोन, परीक्षा प्रश्नपत्र और अन्य दस्तावेज बरामद हुए. पूछताछ में आरोपी ने चौंकाने वाला खुलासा किया. उसने बताया कि उसकी पहचान अरुण नामक व्यक्ति से हुई थी, जो परीक्षा शुरू होने से करीब आधा घंटा पहले ही व्हाट्सऐप के जरिये पेपर भेज देता था. अभिषेक परीक्षा केंद्र के बाहर ही 22 परीक्षार्थियों का ग्रुप बनाकर उनसे प्रत्येक से दो हजार रुपये लेता था. फिर उनमें से दस हजार रुपये अरुण को भेज देता था और बाकी रकम खुद रखता था. एसटीएफ (STF) की प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया है कि गिरोह का नेटवर्क वाराणसी, गाजीपुर और मऊ जिलों तक फैला हुआ है. कई अभ्यर्थी पहले भी इस माध्यम से परीक्षा पास कर चुके हैं. पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों और पेपर लीक के स्रोत की तलाश में जुटी है. एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक शैलेश प्रताप सिंह (STF Deputy Superintendent of Police Shailesh Pratap Singh) ने बताया कि अभिषेक के मोबाइल की डिजिटल जांच कर सभी चैट और ग्रुप डिटेल निकाली जा रही है. आरोपी के खिलाफ थाना चकिया, जनपद चंदौली में मुकदमा दर्ज कर स्थानीय पुलिस को आगे की कार्रवाई के लिए सौंप दिया गया है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह नकल रैकेट बेहद संगठित तरीके से काम करता था. प्रश्नपत्र लीक करने वाले, उसे प्रसारित करने वाले और धन संग्रह करने वाले अलग-अलग स्तर पर सक्रिय थे. एसटीएफ को उम्मीद है कि अभिषेक की गिरफ्तारी से इस पूरे नेटवर्क की कड़ियाँ खुलेंगी. सूत्रों के मुताबिक, गिरोह की जड़ें गहरी हैं और कई जिलों में फैले एजेंट छात्रों से संपर्क कर परीक्षा से पहले एडवांस रकम वसूलते थे. एसटीएफ अब इस गिरोह के आर्थिक लेन-देन की जांच भी कर रही है, ताकि पेपर माफिया तक पहुंचा जा सके.
डीएलएड परीक्षा नकल रैकेट का भंडाफोड़: चंदौली से गिरोह के सरगना को STF ने किया गिरफ्तार, व्हाट्सऐप ग्रुप से होती थी पेपर डीलिंग… जाने कहां तक फैला था गिरोह का नेचवर्क
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