17 माह में 6 करोड़ से ज़्यादा की शराब, सैकड़ों गोवंश और सैकड़ों वाहन बरामद — पुलिस की मुहिम बनी प्रदेश में मिसाल
(Special report- Jai Tiwari)
चंदौली। पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे (Superintendent of Police Aditya Langhe) की सख्त और रणनीतिक कार्यशैली ने चंदौली में अपराध जगत की तस्वीर पूरी तरह बदल दी है. एक जून 2024 से 31 अक्टूबर 2025 के बीच चले व्यापक अभियान में जिले की पुलिस ने अवैध शराब और गोवंश तस्करी (Illegal liquor and cattle smuggling) पर ऐसा प्रहार किया कि वर्षों से सक्रिय गिरोह ताश के पत्तों की तरह बिखर गए.
पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस अवधि में चंदौली जनपद में 392 अभियोगों में 922 लीटर देशी-विदेशी मदिरा (Domestic and foreign liquor) और 56,675 लीटर अवैध शराब बरामद की गई, जिसकी अनुमानित कीमत 6.34 करोड़ रुपये आँकी गई है. वहीं गोवंश तस्करी के 254 मामलों में 688 मवेशी और 277 वाहन पकड़े गए, जिनकी कीमत करीब 3.45 करोड़ रुपये रही. वहीं विभिन्न थाना क्षेत्र से ऑपरेशन लंगड़ा के 7 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. एसपी आदित्य लांग्हे ( Aditya Langhe) ने कहा कि, यह सफलता पुलिस और जनता के सामूहिक प्रयास का परिणाम है. अब अगला लक्ष्य है कि अपराध की पुनरावृत्ति को पूरी तरह खत्म किया जाए. उन्होंने बताया कि पुलिस जल्द ही ड्रोन सर्विलांस और जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम (Drone Surveillance and GPS Tracking System) की मदद से सीमावर्ती इलाकों में निगरानी और सघन बनाएगी
इन कार्रवाइयों में पुलिस ने 5562 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया और 1570 वाहन जब्त किए. कई पुराने इनामी अपराधी या तो सरेंडर करने को मजबूर हुए या पुलिस की सक्रियता के कारण फरारी छोड़कर छिपने लगे.

कड़ाई और मानवीय दृष्टिकोण का संयोजन
एसपी आदित्य लांग्हे (Aditya Langhe) ने कार्यभार ग्रहण करते ही स्पष्ट कर दिया था कि जनपद में अपराधी मानसिकता के लिए कोई जगह नहीं होगी. उन्होंने थाना स्तर से लेकर ज़िला मुख्यालय तक जिम्मेदारी तय की. हर थाने में क्राइम कंट्रोल मीटिंग (Crime control meeting) आयोजित कर थाना प्रभारियों को निर्देश दिया कि कार्रवाई केवल कागजों में नहीं, ज़मीन पर दिखनी चाहिए। उनकी पहल पर जिले में ‘ऑपरेशन प्रहार’ (operation prahar) नामक विशेष अभियान चलाया गया, जिसके तहत अवैध शराब की भट्ठियां तोड़ी गईं, गोवंश तस्करी के रूट चिन्हित कर बॉर्डर सील किए गए और बिहार सीमा पर चौकसी बढ़ाई गई.
सीमावर्ती इलाकों पर पैनी निगाह
चंदौली की भौगोलिक स्थिति (Geographical location of Chandauli) — एक ओर वाराणसी और दूसरी ओर बिहार की सीमा — लंबे समय से तस्करों के लिए मुफीद रही है। लेकिन एसपी लांग्हे की नेतृत्व में गठित स्पेशल इंटेलिजेंस सेल और बॉर्डर सर्विलांस यूनिट (Special Intelligence Cell and Border Surveillance Unit) ने उनकी राह मुश्किल कर दी.
मुग़लसराय, अलीनगर, इलिया,शहाबगंज और इलाकों में पुलिस ने लगातार सर आप तस्करी पर लगाम लगाई. पुलिस एक अधिकारी के मुताबिक, पहले जिन रास्तों से रातों-रात शराब और गोवंश की खेप बिहार तक जाती थी, वहां अब पुलिस की गश्त इतनी सख्त है कि अपराधी इलाके में कदम रखने से भी डरते हैं.
तकनीक से हुई मदद
एसपी लांग्हे के निर्देशन में पुलिस ने तकनीकी निगरानी पर खास जोर दिया। सीसीटीवी, मोबाइल सर्विलांस और मुखबिर तंत्र के समन्वय से पुलिस ने न केवल तस्करी रूटों को चिन्हित किया बल्कि उनके नेटवर्क तक पहुँच बनाई.
पिछले 17 महीनों में ही पुलिस ने 350 से अधिक सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दर्जनों आरोपियों को पकड़ा. साथ ही, जिला स्तर पर अपराध विश्लेषण प्रणाली (C.D.I.) को सक्रिय कर वास्तविक समय में डाटा विश्लेषण शुरू किया गया.
जनसहयोग और विश्वास का नया मॉडल
एसपी लांग्हे की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि उन्होंने पुलिस की छवि में भरोसा जगाया. हर थाना क्षेत्र में जन संवाद बैठकें, थाना दिवस, और मिशन शक्ति, सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम के जरिए ग्रामीणों से सीधा संवाद कायम किया गया. ग्रामीणों को प्रोत्साहित किया गया कि वे अवैध कारोबार या संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें. इस पहल का असर यह हुआ कि कई बार ग्रामीणों की सूचना पर ही पुलिस ने बड़ी बरामदगियां कीं
नतीजे जो खुद बोलते हैं
रिपोर्ट बताती है कि 2024 के शुरुआती महीनों की तुलना में 2025 के मध्य तक अवैध शराब बरामदगी में 28 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है, जबकि गोवंश तस्करी के मामलों में 40 प्रतिशत की गिरावट आई है. इसका अर्थ यह है कि पुलिस की कार्रवाई न केवल तात्कालिक रही, बल्कि अपराध के ढांचे को जड़ से हिलाने वाली साबित हुई.
नेताओं और जनता की प्रतिक्रिया
जिला प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी एसपी की कार्यप्रणाली की सराहना की है। नियमताबाद बसपा (BSP) जिला पंचायत सदस्य जहांगीर उर्फ गुड्डू ने कहा कि एसपी लांग्हे के नेतृत्व में चंदौली ने वह अनुशासन देखा है, जो लंबे समय से अपेक्षित था. स्थानीय व्यापार मंडल ने भी कहा कि अवैध कारोबार पर लगाम से बाजारों में शांति और कानून व्यवस्था में स्थायित्व आया है.




