
चंदौली। जिले में ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही एक बार फिर हादसे की वजह बन गई. बिना लाइट और रिफ्लेक्टर वाले ट्रैक्टर रात के अंधेरे में खुलेआम सड़कों पर दौड़ रहे हैं, जिससे राहगीरों की जान खतरे में पड़ गई है. शुक्रवार देर शाम शहाबगंज में एक टोटो सवार युवक ऐसे ही ट्रैक्टर से टकरा गया. उसे गंभीर हालत में वाराणसी ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया है. गंभीर युवक की पहचान कैलाश विश्वकर्मा (34) बड़ागांव थाना शहाबगंज बताया गया. इससे पहले मुगलसराय क्षेत्र में भी इसी तरह की दुर्घटना हो चुकी है, लेकिन पुलिस-प्रशासन अभी तक बेखबर बना हुआ है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि अंधेरे में रिफ्लेक्टर और हेडलाइट के बिना ट्रैक्टर या ट्रॉली सड़क पर मौत बनकर घूम रहे हैं. कई जगह तो डिवाइडर पर भी रिफ्लेक्टर नहीं लगे हैं, जिससे वाहन चालकों को सड़क की दिशा का अंदाजा नहीं हो पाता. रात के समय हल्की रोशनी या धुंध में यह स्थिति और भी भयावह हो जाती है
ग्रामीणों ने सवाल उठाया है कि ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग आखिर किसकी जिम्मेदारी निभा रहे हैं? बिना रजिस्ट्रेशन या फिटनेस जांच के वाहन कैसे मुख्य मार्गों पर चल रहे हैं? लगातार हो रहे हादसों के बावजूद न तो चालान अभियान तेज हुआ और न ही ऐसे वाहनों पर कोई ठोस कार्रवाई की गई.युवक के परिजनों ने कहा कि अगर प्रशासन पहले से सख्ती बरतता, तो यह हादसा नहीं होता. उन्होंने रिफ्लेक्टर और स्ट्रीट लाइट की अनिवार्यता लागू करने की मांग की है.
यह हादसा सिर्फ एक उदाहरण नहीं, बल्कि जिले में ट्रैफिक प्रबंधन की बदहाली का प्रतीक बन गया है. जरूरत है कि चंदौली पुलिस और परिवहन विभाग रात में विशेष अभियान चलाकर ऐसे खतरनाक वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें, वरना यह लापरवाही कभी भी किसी और की जान ले सकती है.




