रिपोर्ट -जय तिवारी
चंदौली: बलुआ थाना क्षेत्र के पूरा विजई गांव में रविवार शाम हुए गंगा घाट हादसे में मृत दोनों किशोर का बलुआ पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया. बेदी बनाने के दौरान गंगा नदी (Ganga River) में डूबे दोनों बच्चों की मौत से गांव में मातम पसरा हुआ है.
बता दें कि रविवार शाम गंगा घाट पर दो किशोर बेदी बनाने के दौरान नदी की तेज धारा में बह गए. ग्रामीणों की मदद से उन्हें बाहर निकालकर ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. देर रात पोस्टमार्टम के बाद सोमवार सुबह गंगा घाट पर दोनों का अंतिम संस्कार किया गया.
इकलौते पुत्र की मौत से गांव में मातम पसरा हुआ है. छठ पूजा की तैयारियां शोक में बदल गईं. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गंगा घाट (Ganga Ghat) पर पुलिस की नियमित मौजूदगी समय से नहीं रहती है. जबकि पूजा और स्नान के समय भीड़ लगती है.
सिस्टम में सेटिंग से हमेशा चार्ज पर रहते हैं बलुआ थानाध्यक्ष, लाइन में पड़े आधा दर्जन निरीक्षकों को नहीं मिलता चार्ज

उधर, पुलिस व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। बताया जा रहा है कि बलुआ थाना प्रभारी अतुल प्रजापति लगातार चार्ज पर बने रहते हैं, जबकि आधा दर्जन अनुभवी इंस्पेक्टर लाइन में पड़े हैं. ऐसे में “सेटिंग सिस्टम” पर भी उंगलियां उठ रही हैं. ग्रामीणों का कहना है कि यदि स्थानीय पुलिस सक्रिय रहती तो यह दो मासूम जिंदगियां शायद बच सकती थीं.




