चंदौली। अलीनगर थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 5 बिछड़ी निवासी और पेशे से चिकित्सक डॉ. एस.एन. तिवारी बीएचयू में एमबीए एडमिशन के नाम पर ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गए। आरोप है कि जालसाजों ने उनकी पुत्री चित्रलेखा का दाखिला दिलाने के बहाने तीन अलग-अलग खातों में तीन माह के भीतर 65 लाख रुपये हड़प लिए। जब डॉक्टर ने पैसे की वापसी मांगी तो उन्हें जान से मारने और परिवार को बर्बाद कर देने की धमकी दी गई.
सूत्रों के मुताबिक, तीन माह पहले डॉ. तिवारी को एक व्यक्ति का फोन आया जिसने खुद को विश्वविद्यालय से जुड़ा बताते हुए कहा कि बीएचयू में एमबीए एडमिशन दिलाया जा सकता है। भरोसा जमाने के लिए उसने फर्जी दस्तावेज और दाखिले की औपचारिकताओं की जानकारी भी साझा की। इस झांसे में आकर डॉ. तिवारी ने दोस्त-मित्रों से कर्ज लेकर 65 लाख रुपये तीन खातों में ट्रांसफर कर दिए।

जब लंबे समय तक न तो कोई एडमिशन लेटर मिला और न ही फोन रिसीव हुआ, तब डॉक्टर को ठगी का अहसास हुआ। पैसे वापस मांगने पर आरोपी ने उन्हें और उनके परिवार को गंभीर अंजाम भुगतने की धमकी दी.
घटना से घबराए डॉ. तिवारी सोमवार को अपने संगठन नीमा (नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन) के चिकित्सकों के साथ अलीनगर थाने पहुंचे और पूरी घटना की लिखित शिकायत दी। शिकायत में तीनों बैंक खातों के नंबर और ट्रांजेक्शन डिटेल भी शामिल हैं.
स्थानीय डॉक्टरों में आक्रोश: नीमा संगठन के सदस्यों ने कहा कि चिकित्सक समाज सेवा में दिन-रात लगे रहते हैं, ऐसे में उनके साथ हुई ठगी बेहद गंभीर मामला है। अगर दोषियों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो संगठन पुलिस प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करेगा
इस दौरान डॉक्टरों में डॉ. एस.के. यादव, डॉ. स्वामीनाथ, डॉ. आर.के. शर्मा, डॉ. ए.के. सिंह, डॉ. अनिल शर्मा, डॉ. सुधीर यादव, डॉ. लवकुश और रोहित त्रिपाठी समेत एक दर्जन चिकित्सक मौजूद रहे.
डॉ. तिवारी ने पुलिस से ठगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई और धमकी देने वालों की गिरफ्तारी की मांग की है। वहीं अलीनगर थाना प्रभारी ने बताया कि प्रार्थना पत्र प्राप्त हुआ है, मामले की जांच साइबर सेल के साथ मिलकर की जा रही है.




