चंदौली: अंबेडकर नगर जिले का रहने वाला और प्रयागराज में रहकर पढ़ाई कर रहा एक छात्र की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई. चार दिन तक लापता रहने के बाद उसका शव चंदौली जिले के धीना थाना क्षेत्र में गंगा किनारे उतराया मिला है. मृतक की पहचान अनिमेष यादव (35) पुत्र शंभू यादव निवासी हथीनाराज, थाना सहीजना, जिला अंबेडकर नगर के रूप में हुई है. उसकी जेब से मिले आधार कार्ड के जरिए धीना पुलिस ने पहचान की है.
अनिमेष यादव प्रयागराज में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था. कुछ दिन पहले वह वाराणसी गया था, जिसके बाद से परिवार से उसका संपर्क टूट गया. परिजनों ने कई जगह खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. दो दिन पहले चंदौली के धीना थाना क्षेत्र के महुजी बीरासराय गांव स्थित पंप कैलान के पास ग्रामीणों ने गंगा में एक शव उतराया देखा तो पुलिस को सूचना दी.
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकलवाया. चार दिन पुराना होने के कारण शव गल चुका था. तलाशी के दौरान जेब से आधार कार्ड मिला, जिससे उसकी पहचान हुई. सूचना पाकर मृतक के परिजन भी मौके पर पहुंचे और शव की पुष्टि की. पुलिस ने पंचनामा भरने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा.
धीना थाना प्रभारी निरीक्षक भूपेश निषाद ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डूबने से मौत की पुष्टि हुई है. शरीर पर किसी तरह के चोट के निशान नहीं मिले हैं. प्राथमिक जांच में यह संभावना जताई जा रही है कि वाराणसी में गंगा स्नान के दौरान युवक डूब गया होगा और बहाव के साथ शव चंदौली तक पहुंच गया.
हालांकि, पुलिस इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है कि प्रयागराज से वाराणसी आने और फिर चंदौली में शव मिलने तक की पूरी कड़ी कैसे बनी. फिलहाल, शव परिजनों को सौंप दिया गया है.
यह मामला तीन जिलों — प्रयागराज, वाराणसी और चंदौली — से जुड़ने के कारण पुलिस के लिए एक जटिल जांच का विषय बन गया है. स्थानीय लोग इस घटना को लेकर कई तरह की चर्चाएं कर रहे हैं, जबकि परिजन अब भी इस रहस्य में उलझे हैं कि आखिर उनके बेटे की वाराणसी में क्या परिस्थितियां बनीं, जिससे उसकी मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि अनिमेष के मौत की जांच कराई जाए. वह वाराणसी में किसके साथ था कहां पर उसके साथ हादसा हुआ यह पुलिस अबतक नहीं पता कर पाई है.




